भोपाल। कांग्रेस विधायक द्वारा एक महिला सांसद को जिंदा जलाने की धमकी दिया जाना बेहद शर्मनाक है। यह प्रजातंत्र पर हमला तो है ही, एक महिला की गरिमा का भी उल्लंघन है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष होने के नाते मुख्यमंत्री कमलनाथ को ऐसे विधायक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए और यदि वे ऐसा नहीं करते हैं, तो उन्हें सार्वजनिक रूप से यह स्पष्ट करना चाहिए क्या वे उस विधायक का समर्थन करते हैं? यह बात भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश प्रवक्ता सुश्री राजो मालवीय ने प्रदेश की ब्यावरा विधानसभा से विधायक गोवर्धन दांगी द्वारा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर को जिंदा जलाने की धमकी दिए जाने पर क्षोभ प्रकट करते हुए कही।
सुश्री राजो मालवीय ने कहा कि प्रजातंत्र में किसी भी व्यक्ति या जनप्रतिनिधि के विचारों से असहमति हो सकती है, लेकिन इस असहमति को व्यक्त करने का भी तरीका होता है। लेकिन विधायक दांगी ने सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बयान पर जिस तरह की प्रतिक्रिया व्यक्त की है, वह मध्ययुगीन बर्बरता की याद दिलाती है, जिसमें असहमति के लिए कोई स्थान नहीं था। सुश्री राजो मालवीय ने कहा कि विधायक दांगी का यह बयान महिलाओं के प्रति कांग्रेस की सोच का ही उदाहरण है, जिसमें सिर्फ गांधी परिवार की ही महिलाओं को कुछ भी बोलने की आजादी रही है, अन्य महिलाओं को हमेशा दबाकर रखा जाता रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायक ने जिस तरह के हिंसात्मक व्यवहार की कल्पना की है, उससे भी महिलाओं से निपटने के कांग्रेसी तौर तरीकों की बू आती है। यह वही कांग्रेसी सोच है, जिसमें कभी महिलाओं को तंदूर में भून दिया जाता है, तो कभी खुद ही अग्निस्नान के लिए मजबूर कर दिया जाता है। सुश्री मालवीय ने कहा कि कांग्रेस विधायक दांगी का बयान आज के सभ्य समाज में किसी भी कोण स्वीकार्य नहीं है और इस महिला विरोधी, प्रजातंत्र विरोधी बयान के लिए विधायक दांगी तथा मुख्यमंत्री कमलनाथ को प्रदेश की जनता से तत्काल माफी मांगनी चाहिए।