रायसेन जिले में अभी तक नोवेल कोरोना वायरस कोविड-19 संक्रमण के कुल 68 पॉजीटिव मरीज मिले हैं। कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव, सीईओ जिला पंचायत एवं नोडल अधिकारी अवि प्रसाद तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ शशि ठाकुर से प्राप्त जानकारी अनुसार 64 कोरोना पॉजीटिव मरीजों को उपचार उपरांत स्वस्थ्य होने पर डिस्चार्ज किया गया है। इनके अतिरिक्त कोरोना पॉजीटिव तीन मरीजों की भोपाल के अस्पतालों में मृत्यु हुई है। जिले के सांची तहसील के ग्राम ताजपुर एवं बरेली तहसील के ग्राम खरगोन को कंटेनमेंट एरिया घोषित करते हुए सम्पूर्ण लॉकडाउन लागू किया गया है।
जिले से अभी तक कुल 1312 संदिग्ध मरीजों के सेम्पल जांच के लिए भेजे गए है। जिनमें जिले के 59 तथा जिले से बाहर 09 मरीजों की रिपोर्ट कोरोना पॉजीटिव है। इसी प्रकार 1175 सेम्पल की रिपोर्ट निगेटिव है तथा 13 सेम्पल की रिपोर्ट प्रतीक्षित है। इनके अतिरिक्त 56 सेम्पल रिजेक्ट हो गए हैं। जिले के विभिन्न संस्थागत कोरेंटाइन सेंटर में 77 संदिग्ध व्यक्तियों को रखा गया है।
जिले में अभी तक 36359 लोगों की मेडिकल स्क्रीनिंग की गई है तथा 26903 लोगों को होम कोरेंटाइन किया गया है। होम कोरेंटाइन में रखे गए लोगों में से 26 मई तक 22032 लोगों की 14 दिवस की अवधि पूर्ण हो गई है। जिले में अब तक सर्दी-खांसी के कुल 16343 मरीज मिले हैं। इनमें 84 लोगों को हॉस्पिटल आइसोलेशन में रखा गया है। होम कोरेंटाइन में रखे गये व्यक्तियों एवं आम जनता के स्वास्थ्य संबंधी सलाह के लिए जिला चिकित्सालय रायसेन में टेलिमेडिसिन हेतु मोबाईल/व्हाट्सएप नम्बर 8223991808, 8224041801 जारी किया गया है। इन नम्बरों पर स्वास्थ्य संबंधी समस्या का चिकित्सकीय उपचार दिया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक श्रीमती मोनिका शुक्ला ने बताया कि जिले में 26 मई को मोटर व्हीकल एक्ट के तहत 06 व्यक्तियों के विरूद्ध 1750 रूपए की चालानी कार्यवाही की गई।
रायसेन एसडीएम श्रीमती मिशा सिंह ने जानकारी दी कि ग्राम पंचायत स्तर पर बनाए गए कंट्रोल रूम के माध्यम से सूचना प्राप्त होने पर रैपिड रिस्पांस टीम द्वारा तत्काल मौक पर पहुंचकर बाहर से आए लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। रैपिड रिस्पांस टीम द्वारा 26 मई को अनुभाग में बाहर से आए 19 लोगों का ग्रामों में जाकर स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। रायसेन स्थित सभी आईसोलेशन सेंटर्स को सेनेटाईज कराया गया। प्रशासन द्वारा 1881 निर्धन तथा बेसहारा लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था कराई गई।