मॉस्क और सोशल डिस्टेंसिंग को आदत में शामिल करना होगा
संकट प्रबंधन समूह की बैठक में केन्द्रीय इस्पात राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा कि मॉस्क लगाना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना हमें अपनी आदत में शामिल करना होगा। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के निर्देशों का पालन करते हुए  हमें अपनी सामान्य दिनचर्या की ओर अग्रसर होना होगा। वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से संपन्न हुई इस बैठक में राज्यसभा सांसद संपतिया उईके, विधायक बिछिया नारायण सिंह पट्टा, विधायक निवास डॉ. अशोक मर्सकोले, नगरपालिका अध्यक्ष पूर्णिमा शुक्ला, कलेक्टर डॉ. जगदीश चन्द्र जटिया, पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला एवं भीषम द्विवेदी सहित समिति के अन्य सदस्य शामिल हुए। 


            केन्द्रीय इस्पात राज्यमंत्री श्री कुलस्ते ने कहा कि विशेष अभियान चलाकर प्रत्येक परिवार के प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंच बनाते हुए उन्हें कोरोना वायरस से बचने के लिए जागरूक करना होगा। उन्होंने मॉस्क लगाने तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने से होने वाले लाभ से प्रत्येक व्यक्ति को अवगत कराने की बात कही। श्री कुलस्ते ने कहा कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों का सहयोग लेते हुए ऐसा वातावरण तैयार किया जाना चाहिए जिससे लोग स्वप्रेरणा से सुरक्षा के मानकों का पालन करें। राज्यसभा सांसद संपतिया उईके ने कहा कि जिले के लागों को कोरोना को हराने के लिए एकजुट होना होगा। सभी जिलेवासी शासन एवं प्रशासन के निर्देशों का पालन करते हुए कोरोना का डटकर मुकाबला करें। विधायक बिछिया नारायण सिंह पट्टा ने लॉकडाऊन के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सहित अन्य अत्यावश्यक सेवाओं की उपलब्धता के संबंध में अपनी बात रखी। विधायक निवास डॉ. अशोक मर्सकोले ने कहा कि बाहर से आने वाले श्रमिकों की स्क्रीनिंग के उपरांत भी उनका फॉलोअप किया जाए। उन्होंने ग्रीष्म ऋतु के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल समस्या की ओर भी प्रशासन का ध्यान आकर्षित किया। 
चैकपोस्टों पर सख्ती आवश्यक
            इस्पात राज्यमंत्री श्री कुलस्ते ने कहा कि कोरोना संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण पाने के लिए जिले की सीमाओं पर बने चैकपोस्टों पर सख्ती आवश्यक है। चैकपोस्ट के माध्यम से कोई भी व्यक्ति बिना स्क्रीनिंग कराए जिले की सीमा पर प्रवेश न कर पाए। मालवाहक वाहनों पर यात्रियों को न आने दिया जाए। आने-जाने वाले प्रत्येक व्यक्ति का विधिवत अभिलेख संधारित कर उनका फॉलोअप किया जाए। 
            वीडियो कॉन्फ्रेसिंग में कलेक्टर डॉ. जगदीश चन्द्र जटिया ने कहा कि जबलपुर में आईसीएमआर लैब के अतिरिक्त अब मेडीकल कोलेज में भी कोरोना की जांच प्रारंभ हो गई है जिससे अब जांच रिपोर्ट जल्दी प्राप्त हो सकेगी। अब कोरोना के संक्रमण और उसके बचाव के तरीकों को ध्यान में रखते हुए सजगता के साथ हमें अपनी गतिविधियां प्रारंभ करनी होंगी। उन्होंने बताया कि प्रदेश के बाहर फसे मजदूरों को लाने के लिए प्रशासन संकल्पित है। प्रत्येक व्यक्ति को लाने के लिए राज्यस्तर से योजना तैयार की जा रही है। बाहर से आए व्यक्तियों को रोजगार उपलब्ध कराने के संबंध में कलेक्टर डॉ. जटिया ने बताया कि जिले में मनरेगा के 22 हजार से अधिक कार्य प्रारंभ कर दिए गए हैं जिनमें 1 लाख से अधिक श्रमिकों को रोजगार मिला है। इसी प्रकार मनरेगा के अलावा तेंदूपत्ता का कार्य भी प्रारंभ कर दिया गया है। उन्होंने पिण्डरई के कंटेनमेंट ऐरिया में की गई व्यवस्थाओं के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। बैठक में लॉकडाऊन के चौथे चरण में लागू की जाने वाली रणनीति के संबंध में चर्चा की गई।  
रास्ता बंद करना अपराध की श्रेणी में आता है
            कलेक्टर डॉ. जगदीश चन्द्र जटिया ने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए जिले में व्यापक सावधानियाँ बरती जा रही हैं। शासन के दिशा-निर्देशों के अनुरूप प्रातः 7 बजे से सायं 5 बजे तक दुकान खोलने की अनुमति प्रदान की गई है। इस अवधि में दुकानदार अपनी सुविधानुसार अपने व्यावसायिक प्रतिष्ठान खोल अथवा बंद कर सकते हैं। उन्होंने व्यापारियों से निर्धारित समयावधि में दुकान खोलते हुए मॉस्क लगाने एवं सोशल डिस्टेंसिंग सहित सुरक्षा के मानकों का पालन करने की अपील की है। पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला ने घुघरी एवं नैनपुर में किए गए सेल्फ लॉकडाऊन पर नाराजगी व्यक्ति करते हुए कहा कि रास्ता बंद करना अपराध की श्रेणी में आता है जिसे किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि रास्ता रोकने से प्रशासन द्वारा निचले स्तर तक पहुंचाई जाने वाली सेवाऐं तथा स्वास्थ्य सहित अन्य महत्वपूर्ण व्यवस्थाऐं प्रभावित होती हैं। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि प्रशासन के निर्णय के खिलाफ जनसामान्य को भ्रमित करने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।